नमस्ते! मेरे द्वारा लिखी गयी पहली हिंदी रचना (स्कूल के दिनों में) जो आप लोगों से साझा करना चाहती हूँ... इस उम्मीद से कि 'सही या ग़लत - सिर्फ एक नज़रिया है' - ये बात आप लोगों तक पहुँचेगी।
सही 😃 या ग़लत 😞??
किसी व्यक्ति को अपने जीवन जीनेे का अनुमान नहीं
पर दूसरों के जीवन निर्वाह का सभी को ज्ञान है!
क्या सही है, क्या ग़लत; दूसरों के लिए - पहचान है
पर ख़ुद के लिए क्या सही या क्या ग़लत, अनजान है!!
लड़कियों को ना पढ़ना, जुर्म है, अकानूनन है
फिर कोक में ही मार देना क्या सही है? या ग़लत है?
फिल्मों में अश्लीलता को देखना मनोरंजन है-
फिर लड़कियों के कम कपड़ों से भी क्यों परेशान हैं?
राजनीति में ही बहुत अन्याय, भ्रष्टाचार है
फिर हम ही क्यों राजनीति की और कदम नहीं उठाते हैं?
नेताओं को कोसना, राजनीति को दोष देना, यदि सही है
तो फिर इसके ज़िम्मेदार (हमें) दोषी ठहराना, क्या ग़लत है?
दूसरों का मज़ाक उड़ाना आसान है, ग़लत है
फिर ख़ुद को शाबाशी भी देना क्या सही है, या ग़लत है?
समाज के इस पक्ष, समाज के उस पक्ष
द्वंद्व है...., द्वंद्व है....
क्या सही है? क्या ग़लत?
द्वंद्व है...., द्वंद्व है।
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