ऊँट 🐪 ऊँचा जब सोच 💭 ऊँची!
तो अमूमन – ये,
कि बिल्ली से भी मुकाबले में जीत ना पाएंगे!
क्या ऐसा मुम्किन है
कि कभी हम –
शेर हैं तो कभी बिल्ली के टक्कर के भी नहीं?
सामान्य तौर पर तो नहीं
पर – कल्पना के महासागर में तो सब मुम्किन है
बस इसी कल्पना के बलबूते पर हम अपनी नज़रों में
कभी ख़रे उतरते हैं तो कभी नहीं –
हम नहीं बदलते
बदलता है हमारा आंकलन
कभी अपने बारे में,
कभी दुनिया के।
सब सोच का खेल है।
सोच ऊँची – तो तुम भी
नहीं तो, तुम भी नहीं
इसलिए निरंतर प्रयास करो
कि अच्छा सोचो,
उत्तम सोचो;
क्योंकि – जैसी सोच, वैसे तुम
नहीं तो –
उसी कुएं के मेंढक हम तुम
जिसका कभी दायरा नहीं बढ़ा पाए!
!Nice thought!
ReplyDeleteThank you ma'am.. All about thoughts 💭..
ReplyDeleteNice di
ReplyDeleteThank you
Delete